श्री श्याम प्रभु की आरती बहुत ही कल्याण कारी है... आइये सब मिल श्री मोरवीनंदन बाबा श्यामधणी की आरती सुमधुर भावो के साथ श्रद्धा पूर्वक गाये...
श्यामबिहारी जी की आरती गाओ रे, श्यामबिहारी जी की आरती गाओ रे...
बाबा के चरणों में शीश नवाओ रे, बाबा के चरणों में शीश नवाओ रे...
श्यामबिहारी जी की आरती गाओ रे...
चंदन अगर कपूर की बाती, चंदन अगर कपूर की बाती...
प्रेम से कंचन थाल सजाओ रे, श्यामबिहारी जी की आरती गाओ रे...
बाबा के चरणों में शीश नवाओ रे...
शंख मृदंग घड़ियाल बाजे, शंख मृदंग घड़ियाल बाजे...
झांझर की झंकार सुनाओ रे, श्यामबिहारी जी की आरती गाओ रे...
बाबा के चरणों में शीश नवाओ रे...
स्वर्ण कलश सिर छत्र विराजे, स्वर्ण कलश सिर छत्र विराजे...
आज उमंगो के दीप जलाओ रे, श्यामबिहारी जी की आरती गाओ रे...
बाबा के चरणों में शीश नवाओ रे...
मोर मुकुट गल मोतियन माला, मोर मुकुट गल मोतियन माला...
रेशम की डोरी से झुलना झुलाओ रे, श्यामबिहारी जी की आरती गाओ रे...
बाबा के चरणों में शीश नवाओ रे...
केशर तिलक, केशरिया बागो, केशर तिलक, केशरिया बागो...
मोदक श्रीफल भेंट चढ़ाओ रे, श्यामबिहारी जी की आरती गाओ रे...
बाबा के चरणों में शीश नवाओ रे...
ऊँची अटरिया पे श्याम विराजे, ऊँची अटरिया पे श्याम विराजे...
श्याम सलोने के चँवर डुलाओ रे, श्यामबिहारी जी की आरती गाओ रे...
बाबा के चरणों में शीश नवाओ रे...
सेवकजन सब शरण तिहारी, सेवकजन सब शरण तिहारी...
डूबती नैया को पार लगाओ रे, श्यामबिहारी जी की आरती गाओ रे...
बाबा के चरणों में शीश नवाओ रे...
श्यामबिहारी जी की आरती गाओ रे, श्यामबिहारी जी की आरती गाओ रे...
बाबा के चरणों में शीश नवाओ रे, बाबा के चरणों में शीश नवाओ रे...
श्यामबिहारी जी की आरती गाओ रे...
!! जय जय मोरवी नंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! जय जय शीश के दानी, जय जय खाटू धाम !!
!! जय जय लखदातार, जय जय लीले के असवार !!
!! जय जय खाटू के महाराज, पूर्ण करज्यो सब काज !!
यह छवि श्री श्याम बाबा के निज खाटू धाम के श्री मंदिर की है...
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थे भी एक बार श्याम बाबा जी रो जयकारो प्रेम सुं लगाओ...
!! श्यामधणी सरकार की जय !!
!! शीश के दानी की जय !!
!! खाटू नरेश की जय !!
!! लखदातार की जय !!
!! हारे के सहारे की जय !!
!! लीले के असवार की जय !!
!! श्री मोरवीनंदन श्यामजी की जय !!