/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\!! श्री गणेशाय नमः !!/\/\/\/\/\!! ૐ श्री श्याम देवाय नमः !!\/\/\/\/\!! श्री हनुमते नमः !!/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\

Saturday 20 August 2011

!! जीवन है छोटी सी नैया, श्याम नाम पतवार है... !!



श्याम नाम की महिमा अमित है... श्याम नाम रूपी धन पास में होता है तो मृत्योपरांत वह पूंजी  साथ में चलती है... सच ही तो कहा है, इस जीवन रूपी नैया की पतवार केवल प्रभु श्याम का पवित्र नाम ही है... यही तो हम सभी के लिए एक साँचा आधार है... अतः हम सभी को इस पवित्र, पावन नाम का मनन, चिंतन सैदव करते रहना चाहिये... हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिये कि, इसी नाम के सहारे हमें भव पार उतरना है... 



मत भूलो श्री श्याम नाम को, जाना सागर पार है...
जीवन है छोटी सी नैया, श्याम नाम पतवार है...
मत भूलो श्री श्याम नाम को, जाना सागर पार है...
जीवन है छोटी सी नैया, श्याम नाम पतवार है...



लेकर प्रभु का नाम जगत में, कितनो ने भव पार किया...
श्याम नाम की ज्योत ने कितने, जीवन को गुलजार किया...
स्वारथ की दुनिया में अपना, ये सांचा आधार है...
जीवन है छोटी सी नैया, श्याम नाम पतवार है...



प्रभु के नाम को भजने का तो, कोई निश्चित काल नहीं...
जब भी मौका मिले सुमर लो, प्रभु सा दीनदयाल नहीं...
प्रभु से ज्यादा प्रभु के नाम में, शक्ति की भरमार है...
जीवन है छोटी सी नैया, श्याम नाम पतवार है...



जीवन नैया सौंप प्रभु को, तुम प्यारे अलमस्त बनो...
शरणागत की हर-पल रक्षा, करते बाबा श्याम सुनो...
'नंदू' अब किस बात का डरना, रक्षक जब सरकार है...
जीवन है छोटी सी नैया, श्याम नाम पतवार है...



मत भूलो श्री श्याम नाम को, जाना सागर पार है...
जीवन है छोटी सी नैया, श्याम नाम पतवार है...
मत भूलो श्री श्याम नाम को, जाना सागर पार है...
जीवन है छोटी सी नैया, श्याम नाम पतवार है...



!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!


भजन : "श्री नंदू जी"


"श्री श्यामधणी लखदातार की दरबार की यह अनुपम झाँकी "श्री साईं दर्शन मंदिर, मलाड, मुंबई की है..."  

Friday 12 August 2011

!! चौखट से इनकार मिला तो, वो भी सह लूँगा... !!



हे इष्टदेव, कुलदेव श्यामधणी लखदातार, हे खाटूनाथ, हारे के सहारे...




कुछ ना बोलूँगा, मुँह ना खोलूँगा...
कुछ ना बोलूँगा, मुँह ना खोलूँगा...
समझे तु अंसुवन की भाषा, बस मैं रो लूँगा...
समझे तु अंसुवन की भाषा, बस मैं रो लूँगा...



बड़ी मनुहार करी, मगर तु ना आया...
हार कर नजराना, मैं आंसू का लाया...
आंसू की ये भेंट मेरी स्वीकार करो बाबा..
चरण तेरे मैं इस धारा से, आज मैं धोऊंगा...



भगत के आंसू क्या, तुम श्याम सह पायेगा..?
गले से लगाये बिन, क्या तु रह पायेगा..?
समझ सके तो समझ ले मेरी मन पीड़ा बाबा...
मैं तो बस रोकर के अपना दर्द दिखाऊंगा...



समझना जो चाहो, तो आँखे पढ़ लेना...
अगर तुम जो चाहो, तो कृपा कर देना...
आँखों में शैलाब लिये, ये 'हर्ष' खड़ा बाबा...
चौखट से इनकार मिला तो, वो भी सह लूँगा...



बरसती आँखे ये, पुकारे तुझको ही...
मुझे विश्वास है ये, सुनेगा तु मेरी...
बहे तेरी याद में ये, कभी फरियाद में ये..
हार कर रोये कभी, चरण तेरे धोये कभी...



ये तो बहती जाये, और रुक ना पाये...
श्याम जल्दी आओ, मुझको क्यों तड़पाये...
हार कर आया हूँ, आकर मेरे दुखड़े हरो...
दर्द समझो मेरे, बाबा मुझे प्यार करो...




तेरे दर ना देर, ना हीं अँधेर मेरे श्याम...
यही बात मैं सब भक्तो को, आज बताऊंगा...
कुछ ना बोलूँगा, मुँह ना खोलूँगा...
समझे तु अंसुवन की भाषा, बस मैं रो लूँगा...



!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!



भजन : "श्री विनोद अग्रवाल जी"


आप सभी इस अनुपम भाव को नीचे दिए गए लिंक पर सुन सकते है...



Monday 1 August 2011

!! खाटूनाथ प्रभु श्याम जी, भवतारक तेरो नाम... !!




हे इष्टदेव, कुलदेव खाटूनाथ श्री श्याम जी, आपके द्वार पे खड़े आपके भक्त नतमस्तक हो आपसे यही अरदास करते है, कि



खाटूनाथ प्रभु श्याम जी, भवतारक तेरो नाम...
एक निष्ट हो जो भजे, उनके संवरते काम...



तेरी पावन चौखट से जुड़े है जिनके शीश...
फुले फले वो दुनिया में, ऐसी दो आशीष...



निष्ठा सुमन चढ़ा के जो, करे तेरा अभिषेक...
उन भक्तों की नाव को, केवट बनकर देख...



करुणा सरोवर की सुधा, हर प्यासे को बाँट...
प्रेम के नस्तर से बाबा, नफरत की जड़ काट...



कृपा तुम्हारी के बिना, जले ना सुख का दीप...
मोती ना मिलता हर्ष का, तरसती रहती सीप...



कामकंटककटा के लाडले, पांडव कुल की शान...
अपने भक्तो को देना, मनवांछित वरदान...



आलूसिंह महाराज ने, भजा तुम्हे दिन रैन...
तेरे दर्शन से उनके, पुलकित हो गए नैन...



!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पूरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!



तेरे श्यामल रूप पर, मोहित सब संसार...
सबकी चिंता हर रहा, सच्चा तेरा दरबार...



खीर चूरमा और मेवा, भावे तुम्हे हे श्याम...
श्याम की इच्छा से प्रभु, श्याम धरायो नाम...



दुःख निवारक देव तुम, खाटू के महाराज...
तेरे सिवा हम दीनो की, कौन रखेगा लाज...



घटोत्कच के सांवले, राजकुँवर हे नाथ...
तेरे भगत है मांगते, करुणा की बरसात...



दया रूप संजीवनी, चाहते है सब लोग...
हर लेना हर भक्त के, बाबा शोक वियोग...



गम के सताये भक्तो की रक्षा करेगा कौन...
खाटू नाथ कुछ बोलिए, रहोगे कब तक मौन...



नतमस्तक हम द्वार पे, रहे है अलख जगा...
हे खाटू के अधिपति दया का रस बरसा...



!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पूरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!



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