प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास में सभी श्याम प्रेमी अपने अपने शहरों से श्री श्यामधणी खाटूवाले को पवित्र निशान (ध्वजा) पैदल चलकर खाटू धाम के श्री मंदिर में अर्पित करते है... एवं परम दयालु श्री मोरवीनंदन श्याम प्रभु स्वयं उन सभी भगतों के हृदय में विराजित हो हर पल उनकी निशान यात्रा में उनके साथ रहते है... इसलिए तो कहते है, कि...
राख भरोसे श्यामधणी को, तू मत न घबड़ावे !
तू तो केवल हिम्मत कर ले, बाबो पार लगावे !!
चाल पड़ोगे धीरे धीरे, हाथ में लेर निशान !
बी भगतां का सागे सागे, चाले बाबो श्याम !!
डोरी खींच के राखिजे, यो है बाबा को निशान...
पैदल चालनिये के सागे, चाले बाबा श्याम...
डोरी खींच के राखिजे, यो है बाबा को निशान...
पैदल चालनिये के सागे, चाले बाबा श्याम...
श्याम को निशान बड़ भागी उठावे...
किस्मत हालो खाटू जावे...
सारे रास्ते में करतो रहिजे, आं को ही गुणगान...
पैदल चालनिये के सागे, चाले बाबा श्याम...
डोरी खींच के राखिजे, यो है बाबा को निशान...
पैदल चालनिये के सागे, चाले बाबा श्याम...
श्यामधणी तेरो रखवालो...
तेरी झोली भरने वालो...
लांबी खाइजे तू धोक, तेरो होशी रे कल्याण...
पैदल चालनिये के सागे, चाले बाबा श्याम....
डोरी खींच के राखिजे, यो है बाबा को निशान...
लांबी खाइजे तू धोक, तेरो होशी रे कल्याण...
पैदल चालनिये के सागे, चाले बाबा श्याम....
डोरी खींच के राखिजे, यो है बाबा को निशान...
पैदल चालनिये के सागे, चाले बाबा श्याम...
श्याम तेरे सागे सागे, मत ना घबड़ावे...
श्याम तेरे सागे सागे, मत ना घबड़ावे...
धीरे धीरे चाल, वो ही पार लगावे...
तन्ने ज्यादा के समझाऊ, आंकि महिमा न पहचान...
पैदल चालनिये के सागे चाले बाबा श्याम...
डोरी खींच के राखिजे, यो है बाबो को निशान...
तन्ने ज्यादा के समझाऊ, आंकि महिमा न पहचान...
पैदल चालनिये के सागे चाले बाबा श्याम...
डोरी खींच के राखिजे, यो है बाबो को निशान...
पैदल चालनिये के सागे, चाले बाबा श्याम...
रींगस खाटू बगल बगल म...
रींगस खाटू बगल बगल म...
चाल जरा सो उछल उछल क...
ओ बेगो चाल रे 'बनवारी', आग्यों आग्यों खाटू धाम...
पैदल चालनिये के सागे चाले बाबा श्याम...
डोरी खींच के राखिजे, यो है बाबो को निशान.....
ओ बेगो चाल रे 'बनवारी', आग्यों आग्यों खाटू धाम...
पैदल चालनिये के सागे चाले बाबा श्याम...
डोरी खींच के राखिजे, यो है बाबो को निशान.....
पैदल चालनिये के सागे, चाले बाबा श्याम.....
पैदल चालनिये के सागे, चाले बाबा श्याम.....
पैदल चालनिये के सागे, चाले बाबा श्याम....
हांरेर को सहारो, बाबो म्हारो !
ReplyDeleteलखदातार एक्लो बाबो म्हारो !
तीन बाण धारी, देकर शीश दुनिया तारी !
गरीबां को बाबो स पर भारी !
बोलो जय्हो बाबा श्यामबिहारी !