हे खाटू वाले श्यामधणी, हम सभी की दिल की बस यही एक तमन्ना है, कि...
सर पे मेरे हाथ हो, श्याम तुम्हारा, श्याम तुम्हारा...
आऊँ दर पे निश दिन तेरे, पाऊँ दरश तुम्हारा...
सर पे मेरे हाथ हो, श्याम तुम्हारा, श्याम तुम्हारा...
तुमसे जीवन पाया, जीवन यूँ ही गंवाया...
नाम सांवरा तेरा, होठो पे नहीं आया...
विपदा ने जब डाला डेरा, तेरा नाम उचारा...
सर पे मेरे हाथ हो, श्याम तुम्हारा,श्याम तुम्हारा...
नाम सांवरा तेरा, होठो पे नहीं आया...
विपदा ने जब डाला डेरा, तेरा नाम उचारा...
सर पे मेरे हाथ हो, श्याम तुम्हारा,श्याम तुम्हारा...
विपदा का तूं साथी, कहता है जग सारा...
तुमसे जीवन बी बाती, है जग में उजियारा...
ताल-समंदर रूप तुम्हारा, तुमसे चाँद सितारा...
सर पे मेरे हाथ हो, श्याम तुम्हारा,श्याम तुम्हारा...
तुमसे जीवन बी बाती, है जग में उजियारा...
ताल-समंदर रूप तुम्हारा, तुमसे चाँद सितारा...
सर पे मेरे हाथ हो, श्याम तुम्हारा,श्याम तुम्हारा...
घट-घट में है समाया, नज़र मुझे नहीं आया...
तेरी सारी माया, माया में भरमाया...
तोडके रिश्ता "टीकम" सारा, तुमको श्याम पुकारा...
सर पे मेरे हाथ हो,श्याम तुम्हारा,श्याम तुम्हारा...
तेरी सारी माया, माया में भरमाया...
तोडके रिश्ता "टीकम" सारा, तुमको श्याम पुकारा...
सर पे मेरे हाथ हो,श्याम तुम्हारा,श्याम तुम्हारा...
सर पे मेरे हाथ हो, श्याम तुम्हारा, श्याम तुम्हारा...
आऊँ दर पे निश दिन तेरे, पाऊँ दरश तुम्हारा...
सर पे मेरे हाथ हो, श्याम तुम्हारा, श्याम तुम्हारा...
!! ॐ श्री श्याम देवाय नमः !!
!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!
आऊँ दर पे निश दिन तेरे, पाऊँ दरश तुम्हारा...
सर पे मेरे हाथ हो, श्याम तुम्हारा, श्याम तुम्हारा...
!! ॐ श्री श्याम देवाय नमः !!
!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!
भजन : "श्री महाबीर जी"
बाबा श्यामधणी खाटू वाले की यह अनुपम श्री विग्रह की छवि "श्री श्याम मंदिर, गोपाल नगर, नजफ़गढ़, दिल्ली " की है...
बाबा श्यामधणी खाटू वाले की यह अनुपम श्री विग्रह की छवि "श्री श्याम मंदिर, गोपाल नगर, नजफ़गढ़, दिल्ली " की है...
भक्तिरस की रचना बहुत मधुर है!
ReplyDeleteलोहड़ी और उत्तरायणी की सभी को शुभकामनाएँ!