सभी श्याम प्रेमियों को यह अटूट विश्वास है, कि खाटूधाम में प्रेम और भक्ति की अदालत लगा कर बैठ्या बाबा श्याम अपने फरियादी निज भक्तों पर असीम कृपा करते हुए, उनके प्रत्येक कर्म का साँचा-साँचा न्याय चुकाते है... आइये हम सभी, फरियादी बन बाबा श्याम से प्रेमपूरित हृदय से अरजी लगाते है...
फरियादी फ़रियाद सुनाओ, लगी अदालत श्याम की...
आकर अपना शीश झुकाओ, करो इबादत श्याम की...
फरियादी फ़रियाद सुनाओ, लगी अदालत श्याम की...
आकर अपना शीश झुकाओ, करो इबादत श्याम की...
फरियादी फ़रियाद सुनाओ, लगी अदालत श्याम की...
है यह अदालत बड़ी निराली, अरजी दिल की लगती है...
नहीं वकालत नहीं सिफारिश, मरजी श्याम की चलती है...
दिल की अरजी तुम भी दे दो, ले इजाजत श्याम की...
आकर अपना शीश झुकाओ, करो इबादत श्याम की...
दीन दुखी का मेरा बाबा, सबसे पहले सुनता है...
देर यहाँ अंधेर नहीं, अरजी सबकी सुनता है...
फैसला जो भी हो समझो, यही इनायत श्याम की...
आकर अपना शीश झुकाओ, करो इबादत श्याम की...
देर यहाँ अंधेर नहीं, अरजी सबकी सुनता है...
फैसला जो भी हो समझो, यही इनायत श्याम की...
आकर अपना शीश झुकाओ, करो इबादत श्याम की...
महर जो इनकी हो जाये, किस्मत तेरी बन जाये...
गरूर जिनको हो जाये, बदकिस्मती के दिन आये...
पास तेरे है जो भी समझो, है अमानत श्याम की...
आकर अपना शीश झुकाओ, करो इबादत श्याम की...
गरूर जिनको हो जाये, बदकिस्मती के दिन आये...
पास तेरे है जो भी समझो, है अमानत श्याम की...
आकर अपना शीश झुकाओ, करो इबादत श्याम की...
जग का मालिक है यह राजा, दानी मेरा सरकार है...
दर पे इनके जो भी आता, करता नहीं इंकार है...
'टीकम' अपनी लाज बचाले, दे ज़मानत श्याम की...
आकर अपना शीश झुकाओ, करो इबादत श्याम की...
दर पे इनके जो भी आता, करता नहीं इंकार है...
'टीकम' अपनी लाज बचाले, दे ज़मानत श्याम की...
आकर अपना शीश झुकाओ, करो इबादत श्याम की...
फरियादी फ़रियाद सुनाओ, लगी अदालत श्याम की...
आकर अपना शीश झुकाओ, करो इबादत श्याम की...
फरियादी फ़रियाद सुनाओ, लगी अदालत श्याम की...
आकर अपना शीश झुकाओ, करो इबादत श्याम की...
आकर अपना शीश झुकाओ, करो इबादत श्याम की...
फरियादी फ़रियाद सुनाओ, लगी अदालत श्याम की...
आकर अपना शीश झुकाओ, करो इबादत श्याम की...
!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय शीश के दानी, जय जय खाटू धाम !!
!! म्हे आया शरण तिहारी, शरण म अपणे लेलो श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय शीश के दानी, जय जय खाटू धाम !!
!! म्हे आया शरण तिहारी, शरण म अपणे लेलो श्याम !!
भजन : "श्री महाबीर जी"
माता मोरवी के लाल, लखदातार, खाटू नरेश श्री श्यामधणी की यह अनुपम छवि श्री जनकपुर धाम, नेपाल की है...
माता मोरवी के लाल, लखदातार, खाटू नरेश श्री श्यामधणी की यह अनुपम छवि श्री जनकपुर धाम, नेपाल की है...
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थे भी एक बार श्याम बाबा जी रो जयकारो प्रेम सुं लगाओ...
!! श्यामधणी सरकार की जय !!
!! शीश के दानी की जय !!
!! खाटू नरेश की जय !!
!! लखदातार की जय !!
!! हारे के सहारे की जय !!
!! लीले के असवार की जय !!
!! श्री मोरवीनंदन श्यामजी की जय !!