बोलो श्री श्यामधणी खाटू वाले की जय... अपने प्रिय प्रभु एवं इष्टदेव के श्री दर्शन की प्रबल आस में बैठा एक प्रभु प्रेमी, अपने प्रिय प्रभु की छवि को हृदय पुंज में धारण कर व्याकुल हृदय से इस प्रकार अपनी प्रेम पूरित भावना की अभिव्यक्ति साँवरा श्यामधणी से करता है...
हिवड़े म बस जावो म्हारा साँवरा...
हिवड़े म बस जावो म्हारा साँवरा...
कब स थारी बाट उडिकां, मत तरसावो साँवरा...
कब स थारी बाट उडिकां, मत तरसावो साँवरा...
हिवड़े म बस जावो म्हारा साँवरा...
कब स थारी बाट उडिकां, मत तरसावो साँवरा...
कब स थारी बाट उडिकां, मत तरसावो साँवरा...
थारी यादां घणी सतावै, दिन को चैन चुरावे ह...
सुध बुध सारी भूल गया म्हे, रात्युं नींद न आवे ह...
ज्यादा ना तड़पावो म्हारा साँवरा...
कब स थारी बाट उडिकां, मत तरसावो साँवरा...
सुध बुध सारी भूल गया म्हे, रात्युं नींद न आवे ह...
ज्यादा ना तड़पावो म्हारा साँवरा...
कब स थारी बाट उडिकां, मत तरसावो साँवरा...
तड़प रही ह, तरस रही ह, आंख्यां नीर बहावे ह...
डाटया कोणी डटे साँवरा, आंसुड़ा ढलकावे ह...
आकर धीर बंधावो म्हारा साँवरा...
कब स थारी बाट उडिकां, मत तरसावो साँवरा...
डाटया कोणी डटे साँवरा, आंसुड़ा ढलकावे ह...
आकर धीर बंधावो म्हारा साँवरा...
कब स थारी बाट उडिकां, मत तरसावो साँवरा...
कालजियो मुण्डे पे आग्यो, कण्ठ सुखण लाग्या ह...
"रवि' कहवे आँख्या रा कोया, पथरावण सा लाग्या ह...
अब तो दरश दिखावो म्हारा साँवरा...
कब स थारी बाट उडिकां, मत तरसावो साँवरा...
"रवि' कहवे आँख्या रा कोया, पथरावण सा लाग्या ह...
अब तो दरश दिखावो म्हारा साँवरा...
कब स थारी बाट उडिकां, मत तरसावो साँवरा...
हिवड़े म बस जावो म्हारा साँवरा...
हिवड़े म बस जावो म्हारा साँवरा...
कब स थारी बाट उडिकां, मत तरसावो साँवरा...
कब स थारी बाट उडिकां, मत तरसावो साँवरा...
हिवड़े म बस जावो म्हारा साँवरा...
कब स थारी बाट उडिकां, मत तरसावो साँवरा...
कब स थारी बाट उडिकां, मत तरसावो साँवरा...
!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!
भजन : "श्री रविन्द्र केजरीवाल, 'रवि'"
यह छवि श्री श्याम बाबा की शोभा यात्रा की है....
यह छवि श्री श्याम बाबा की शोभा यात्रा की है....
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थे भी एक बार श्याम बाबा जी रो जयकारो प्रेम सुं लगाओ...
!! श्यामधणी सरकार की जय !!
!! शीश के दानी की जय !!
!! खाटू नरेश की जय !!
!! लखदातार की जय !!
!! हारे के सहारे की जय !!
!! लीले के असवार की जय !!
!! श्री मोरवीनंदन श्यामजी की जय !!