हे कलिकाल में सर्वत्र पूजित देव श्री श्यामधणी, आपको बारम्बार प्रणाम है...
हे माता मोरवी की कोख के राजहंस भगवन्, आपको बारम्बार प्रणाम है
हे श्री कृष्णजी के उपदेश से गुप्तक्षेत्र में देवियों की आराधना से अतुलित बल पाने वाले देव, आपको बारम्बार प्रणाम है...
हे हारे के सहारे, अपने समस्त भक्तों के परम प्रिय, एक मात्र जीवन आधार, आपको बारम्बार प्रणाम है...
हे इष्टदेव, कुलदेव श्री श्यामबाबा, आपके श्री चरणों में हमारा कोटि कोटि प्रणाम है...
अरदास हमारी है, आधार तुम्हारा है...
स्वीकार करो बाबा, प्रणाम हमारा है...
अरदास हमारी है, आधार तुम्हारा है...
स्वीकार करो बाबा, प्रणाम हमारा है...
नयनों में रमे हो तुम, मेरे दिल में बसे हो तुम...
तुम्हे पल भी ना बिसराऊ, इस तन में रंगे हो तुम...
मत मुझसे बिछड़ जाना, ये दास तुम्हारा है...
स्वीकार करो बाबा, प्रणाम हमारा है...
अरदास हमारी है, आधार तुम्हारा है...
स्वीकार करो बाबा, प्रणाम हमारा है...
अरजी स्वीकार करो, भवसागर पार करो...
सिर हाथ फिरा करके, मेरा उद्धार करो...
गिरते को उठाना तो, बाबा काम तुम्हारा है...
स्वीकार करो बाबा, प्रणाम हमारा है...
अरदास हमारी है, आधार तुम्हारा है...
स्वीकार करो बाबा, प्रणाम हमारा है...
कहते है तेरे दर पर, तक़दीर संवरती है...
जो डूबने वाली हो, वो नाव उबरती है...
दर दर पे भटकता हूं, तक़दीर का मारा हूं...
स्वीकार करो बाबा, प्रणाम हमारा है...
अरदास हमारी है, आधार तुम्हारा है...
स्वीकार करो बाबा, प्रणाम हमारा है...
अरदास हमारी है, आधार तुम्हारा है...
स्वीकार करो बाबा, प्रणाम हमारा है...
!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!
श्री श्यामधणी की यह अनुपम छवि "श्री श्याम सेवक कल्याण संघ, श्री गंगानगर, राजस्थान" के श्री श्याम महोत्सव की है...
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थे भी एक बार श्याम बाबा जी रो जयकारो प्रेम सुं लगाओ...
!! श्यामधणी सरकार की जय !!
!! शीश के दानी की जय !!
!! खाटू नरेश की जय !!
!! लखदातार की जय !!
!! हारे के सहारे की जय !!
!! लीले के असवार की जय !!
!! श्री मोरवीनंदन श्यामजी की जय !!