श्री श्याम प्रभु खाटू वाले के भक्तगण प्रत्येक मास की च्यानणी ग्यारस की रात्रि को बाबा श्री श्यामधणी की ज्योति जगाकर कीर्तन करते है और बारस को धोक लगाते है... कीर्तन में, बाबा श्याम के प्रेम में वशीभूत सभी श्यामप्रेमी भजनों के सुमधुर भावों के प्रवाह से अपने अंतर्मन में श्री श्यामधणी का श्री सानिध्य का अनुभव करते हुए भाव विभोर हो इसप्रकार अपने मन के भाव को श्याम बाबा के श्री चरणों में अर्पित करते है...
धन्य घड़ी धन्य भाग्य हमारा, लीले चढ़ श्री श्याम पधारां...
करो स्वागत बाबा को, करो स्वागत बाबा को...
धन्य घड़ी धन्य भाग्य हमारा, लीले चढ़ श्री श्याम पधारां...
करो स्वागत बाबा को, करो स्वागत बाबा को...
चंदन चौकी ल्याया जी, म्हे गंगाजल मँगवाया जी...
बैठ्यो म्हारा श्यामधणी, थारां भगतां ने बुलवाया जी...
धीरे धीरे चरण पखारां, श्यामधणी की आरती उतारां...
करो स्वागत बाबा को, करो स्वागत बाबा को...
धन्य घड़ी धन्य भाग्य हमारा, लीले चढ़ श्री श्याम पधारां...
करो स्वागत बाबा को, करो स्वागत बाबा को...
सबको मनरो मोह लियो ह, रूप सजिलो बाबा को...
भगतां ने प्यारो लागे ह, लीलो घोड़ों बाबा को...
नुण राई वारां जी वारां, श्यामधणी की नजर उतारां...
करो स्वागत बाबा को, करो स्वागत बाबा को...
धन्य घड़ी धन्य भाग्य हमारा, लीले चढ़ श्री श्याम पधारां...
करो स्वागत बाबा को, करो स्वागत बाबा को...
आज बड़ो ही शुभ दिन ह, श्याम धणी घर आया जी...
भजन करो सच्चे दिल से, यो संदेशो ल्याया जी...
'बनवारी' को कहनो ह, श्याम शरण म रहनो ह...
करो स्वागत बाबा को, करो स्वागत बाबा को...
धन्य घड़ी धन्य भाग्य हमारा, लीले चढ़ श्री श्याम पधारां...
करो स्वागत बाबा को, करो स्वागत बाबा को...
धन्य घड़ी धन्य भाग्य हमारा, लीले चढ़ श्री श्याम पधारां...
करो स्वागत बाबा को, करो स्वागत बाबा को...
!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!
भजन : "श्री जयशंकर जी चौधरी"
श्री श्यामबाबा की यह अनुपम एवं मनमोहक छवि श्री श्री श्यामबाबा की परम भक्त्या सुश्री आनंदी शारदा माता जी, जयपुर के निज निवास की है, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन श्री श्याम बाबा की सेवाभक्ति में समर्पित किया...
सभी श्याम प्रेमियों के दर्शनार्थ श्री श्याम बाबा की यह सुन्दर छवि मुझे श्री अनुपम बंसल जी ने प्रेषित की है...
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थे भी एक बार श्याम बाबा जी रो जयकारो प्रेम सुं लगाओ...
!! श्यामधणी सरकार की जय !!
!! शीश के दानी की जय !!
!! खाटू नरेश की जय !!
!! लखदातार की जय !!
!! हारे के सहारे की जय !!
!! लीले के असवार की जय !!
!! श्री मोरवीनंदन श्यामजी की जय !!