हे इष्टदेव, कुलदेव श्री श्याम बाबा, आपके श्री चरणों में हम सभी की यही अरदास है, कि
ऐसा वरदान दो श्याम बाबा, मान पाकर न अभिमान आये...
ऐसा वरदान दो श्याम बाबा, मान पाकर न अभिमान आये...
आंधियाँ चाहे कष्टों की आये, हम रुके ना कभी चलते जाये...
आंधियाँ चाहे कष्टों की आये, हम रुके ना कभी चलते जाये...
ऐसा वरदान दो श्याम बाबा...
दिन बदलते है, राते बदलती, है समय आगे बढ़ता ही जाता...
है निशा काल जब भी है आता, ना दिशा ज्ञान हमको सुझाता...
ऐसा मार्ग दिखा दो हमें तो, दिशा बोध हमें हो जाये...
आंधियाँ चाहे कष्टों की आये, हम रुके ना कभी चलते जाये...
ऐसा वरदान दो श्याम बाबा...
तेरो भक्तों से हमने सुना है, तेरा भोजन बाबा अहम् है...
मेरे अंतर को तुम स्वच्छ कर दो, कोई भी बाबा मुझको वहम है...
ना अहम् में फंसे ना वहम में, ज्योति अंतर में प्रेम जगाये...
आंधियाँ चाहे कष्टों की आये, हम रुके ना कभी चलते जाये...
ऐसा वरदान दो श्याम बाबा...
घोर कलियुग श्री श्याम आया, जो बचा तुम सको तो बचा लो...
नाव बीच भंवर में फंसी है, आकर पतवार तुम ही सम्हालो...
हो 'कुमार' की आशा किरण तुम, दृष्टि तुम पर ही है टिकाये...
आंधियाँ चाहे कष्टों की आये, हम रुके ना कभी चलते जाये...
ऐसा वरदान दो श्याम बाबा...
ऐसा वरदान दो श्याम बाबा, मान पाकर न अभिमान आये...
ऐसा वरदान दो श्याम बाबा, मान पाकर न अभिमान आये...
आंधियाँ चाहे कष्टों की आये, हम रुके ना कभी चलते जाये...
आंधियाँ चाहे कष्टों की आये, हम रुके ना कभी चलते जाये...
ऐसा वरदान दो श्याम बाबा...
!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
ऐसा मार्ग दिखा दो हमें तो, दिशा बोध हमें हो जाये...
आंधियाँ चाहे कष्टों की आये, हम रुके ना कभी चलते जाये...
ऐसा वरदान दो श्याम बाबा...
तेरो भक्तों से हमने सुना है, तेरा भोजन बाबा अहम् है...
मेरे अंतर को तुम स्वच्छ कर दो, कोई भी बाबा मुझको वहम है...
ना अहम् में फंसे ना वहम में, ज्योति अंतर में प्रेम जगाये...
आंधियाँ चाहे कष्टों की आये, हम रुके ना कभी चलते जाये...
ऐसा वरदान दो श्याम बाबा...
घोर कलियुग श्री श्याम आया, जो बचा तुम सको तो बचा लो...
नाव बीच भंवर में फंसी है, आकर पतवार तुम ही सम्हालो...
हो 'कुमार' की आशा किरण तुम, दृष्टि तुम पर ही है टिकाये...
आंधियाँ चाहे कष्टों की आये, हम रुके ना कभी चलते जाये...
ऐसा वरदान दो श्याम बाबा...
ऐसा वरदान दो श्याम बाबा, मान पाकर न अभिमान आये...
ऐसा वरदान दो श्याम बाबा, मान पाकर न अभिमान आये...
आंधियाँ चाहे कष्टों की आये, हम रुके ना कभी चलते जाये...
आंधियाँ चाहे कष्टों की आये, हम रुके ना कभी चलते जाये...
ऐसा वरदान दो श्याम बाबा...
!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!
भजन : "श्री श्रीकुमार जी"
No comments:
Post a Comment
थे भी एक बार श्याम बाबा जी रो जयकारो प्रेम सुं लगाओ...
!! श्यामधणी सरकार की जय !!
!! शीश के दानी की जय !!
!! खाटू नरेश की जय !!
!! लखदातार की जय !!
!! हारे के सहारे की जय !!
!! लीले के असवार की जय !!
!! श्री मोरवीनंदन श्यामजी की जय !!