छवि नहीं वर्णन हुये, ऐसो रूप श्रृंगार !
दर्शन से पातक कटे, होय जीव उद्धार !!
मकराणे को मंदरियो, जँच कर बैठ्यो सांवरियों...
मकराणे को मंदरियो, जँच कर बैठ्यो सांवरियों...
म्हारे लीले रा असवार बाबो श्यामधणी...
म्हारे लीले रा असवार बाबो श्यामधणी...
खाटू का सरदार थारी, भोत घणी सकलाई जी...
मकराणे को मंदरियो, जँच कर बैठ्यो सांवरियों...
म्हारे लीले रा असवार बाबो श्यामधणी...
म्हारे लीले रा असवार बाबो श्यामधणी...
खाटू का सरदार थारी, भोत घणी सकलाई जी...
टाबरिया ने लागे थारो, रूप घणों सुखदाई जी...
स्वर्ण मुकुट सिर सोहवे ह, मोर पंख मन मोहवे ह...
थारो बागों घेर घुमेर बाबा श्याम धणी...
साँचा साँचा परचा देवो, ऊँची ठकुराई थारी जी...
ऊँचे आसण आप विराजो, बाबा श्याम बिहारी जी...
मोर छड़ी थारे हाथां म, केशर टीको माथे पे...
थारे गल मोतियन को हार, बाबा श्याम धणी...
लाखां ही भगतां की थे तो मन की आस पुराई जी...
घर घर माहि पूजे बाबा, थाणे लोग लुगाई जी...
काजल सोहवे आंख्यां म, कुण्डल सोहवे कानां म...
थारो सांचो ह दरबार बाबा श्याम धणी...
जादुगारी चितवन थारी, भगतां के मन भाई जी...
निज भगतां की सेठ सांवरा, थे ही करो सुणाई जी...
'हर्ष' थारी लीला न्यारी, देव दयालु दातरी...
थे कलयुग का अवतार बाबा श्यामधणी...
मकराणे को मंदरियो, जँच कर बैठ्यो सांवरियों...
मकराणे को मंदरियो, जँच कर बैठ्यो सांवरियों...
म्हारे लीले रा असवार बाबो श्यामधणी...
म्हारे लीले रा असवार बाबो श्यामधणी...
स्वर्ण मुकुट सिर सोहवे ह, मोर पंख मन मोहवे ह...
थारो बागों घेर घुमेर बाबा श्याम धणी...
साँचा साँचा परचा देवो, ऊँची ठकुराई थारी जी...
ऊँचे आसण आप विराजो, बाबा श्याम बिहारी जी...
मोर छड़ी थारे हाथां म, केशर टीको माथे पे...
थारे गल मोतियन को हार, बाबा श्याम धणी...
लाखां ही भगतां की थे तो मन की आस पुराई जी...
घर घर माहि पूजे बाबा, थाणे लोग लुगाई जी...
काजल सोहवे आंख्यां म, कुण्डल सोहवे कानां म...
थारो सांचो ह दरबार बाबा श्याम धणी...
जादुगारी चितवन थारी, भगतां के मन भाई जी...
निज भगतां की सेठ सांवरा, थे ही करो सुणाई जी...
'हर्ष' थारी लीला न्यारी, देव दयालु दातरी...
थे कलयुग का अवतार बाबा श्यामधणी...
मकराणे को मंदरियो, जँच कर बैठ्यो सांवरियों...
मकराणे को मंदरियो, जँच कर बैठ्यो सांवरियों...
म्हारे लीले रा असवार बाबो श्यामधणी...
म्हारे लीले रा असवार बाबो श्यामधणी...
!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!
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ReplyDelete....(¯`•´¯)♥•.श्री कृष्ण: शरणम् मम: !!
.....`.♥•.,.(¯`•´¯)♥•.श्री कृष्ण: शरणम् मम: !!
.......(¯`•´¯)♥.•♥•.श्री कृष्ण: शरणम् मम: !!´
........`•♥.,.•´♥•.श्री कृष्ण: शरणम् मम: !!
.•♥•, श्री राधे!!.•♥•,