झोलियाँ हम गरीबो की श्याम, अपनी रहमत से आज भर दे....
तुम कुहाते दया के समंदर, हमपे नजरे इनायत तो कर दे...
श्याम थारे क्यां को घाटो जी, बाबा जी थारे क्यां को घाटो जी...
थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे, ओ थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे...
तो क्यूँ न काटो जी, श्याम थारे क्यां को घाटो जी...
म्हे तो हां अनजान सांवरा, थे सब लायक जी, सांवरा थे सब लायक जी...
म्हे तो हां अनजान सांवरा, थे सब लायक जी, सांवरा थे सब लायक जी...
अपने दर को आज बनाल्यो, ओ अपने दर को आज बनाल्यो...
म्हाने पायक जी, दया कर इब मत नाटो जी...
श्याम थारे क्यां को घाटो जी...
श्याम थारे क्यां को घाटो जी...
थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे, ओ थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे...
तो क्यूँ न काटो जी, श्याम थारे क्यां को घाटो जी...
ना मीरा सी भक्ति म्हां में, ना तुलसी सो ज्ञान, सांवरा ना तुलसी सो ज्ञान...
ना मीरा सी भक्ति म्हां में, ना तुलसी सो ज्ञान, सांवरा ना तुलसी सो ज्ञान...
थारो नाम ले काम चलावां, ओ थारो नाम ले काम चलावां...
बिल्कुल हां अज्ञान, दया कर अवगुण छाँटो जी...
श्याम थारे क्यां को घाटो जी...
थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे, ओ थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे...
श्याम थारे क्यां को घाटो जी...
थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे, ओ थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे...
तो क्यूँ न काटो जी, श्याम थारे क्यां को घाटो जी...
छोटे टाबरिया को मायत कदे न छोड़े साथ, सांवरा कदे न छोड़े साथ...
छोटे टाबरिया को मायत कदे न छोड़े साथ, सांवरा कदे न छोड़े साथ...
अपणों जान कर आज निभाल्यो, ओ अपणों जान कर आज निभाल्यो...
टाबरिया री बात, करो मत दिल म्हारो खाटो जी...
श्याम थारे क्यां को घाटो जी...
थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे, ओ थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे...
थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे, ओ थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे...
तो क्यूँ न काटो जी, श्याम थारे क्यां को घाटो जी...
'मात्रदत्त' थारो प्यार मिले तो, हो जाये बेडो पार, सांवरा हो जाये बेडो पार...
'मात्रदत्त' थारो प्यार मिले तो, हो जाये बेडो पार, सांवरा हो जाये बेडो पार...
श्याम सुन्दर सरकार सांवरा, ओ श्याम सुन्दर सरकार सांवरा...
करदयो यो उपकार, भरम की खाई काटो जी...
श्याम थारे क्यां को घाटो जी...
थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे, ओ थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे...
थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे, ओ थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे...
तो क्यूँ न काटो जी, श्याम थारे क्यां को घाटो जी...
श्याम थारे क्यां को घाटो जी, बाबा जी थारे क्यां को घाटो जी...
श्याम थारे क्यां को घाटो जी, बाबा जी थारे क्यां को घाटो जी...
थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे, ओ थारे दर्शन स म्हारा पाप कटे...
तो क्यूँ न काटो जी, श्याम थारे क्यां को घाटो जी...
भजन : "श्री मात्रदत्त जी"
यह अनुपम भावपूर्ण भजन "श्याम थारी ओल्युं आवे जी" के तर्ज़ पर आधारित है...
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थे भी एक बार श्याम बाबा जी रो जयकारो प्रेम सुं लगाओ...
!! श्यामधणी सरकार की जय !!
!! शीश के दानी की जय !!
!! खाटू नरेश की जय !!
!! लखदातार की जय !!
!! हारे के सहारे की जय !!
!! लीले के असवार की जय !!
!! श्री मोरवीनंदन श्यामजी की जय !!