/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\!! श्री गणेशाय नमः !!/\/\/\/\/\!! ૐ श्री श्याम देवाय नमः !!\/\/\/\/\!! श्री हनुमते नमः !!/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\

Tuesday 7 June 2011

!! सिद्ध श्री शुभ ओपमा, थाणे पाँवा धोक प्रणाम जी... !!




घणा भाग्य स्यूं यो शुभ दिन आयो ह... इष्टदेव, कुलदेव बाबा श्याम जी रो कीर्तन, म्हाने ज्येष्ठ सुदी ग्यारस ने आपणें आंगणीये "श्री श्यामकुञ्ज, दरभंगा" म करवाणों ह... देवा म्हे एक कुंकुम पत्री म्हारा खाटूवाला श्याम जी के नाम स... जिसमें सब मिल या ही अरदास करंगा म्हारा लीले वाला श्याम स...



सिद्ध श्री शुभ ओपमा, थाणे पाँवा धोक प्रणाम जी...
समाचार एक बंचज्यों, थांसे भोत जरुरी काम जी...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...



घणे मान सु लिखां आज, थारो उत्सव एक मनाणों ह...
थोड़ो लिख्यो घणों समझोगा, थाणे निश्चय आणो ह...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...



सारा साथ ह घणी खुशी, थारा नित की मंगल गावे ह...
और बात सब ठीक ठीक, पण थारी याद सतावे ह...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...



टाबर थारा घणा उणामणा, थां बिन भोत उदास जी...
जीमों हो तो चलू करोला, आकर म्हारे पास जी...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...



भूल चूक सब क्षमा करो, म्हाने बेगा दर्शन दीज्यो आय...
दास 'बिहारी' के नैणा म, हरदम बैठ्या रीज्यो आय...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...



सिद्ध श्री शुभ ओपमा, थाणे पाँवा धोक प्रणाम जी...
समाचार एक बंचज्यों, थांसे भोत जरुरी काम जी...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...



!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय शीश के दानी, जय जय खाटू धाम !!
!! म्हे आया शरण तिहारी, शरण म अपणे लेलो श्याम !!




स्वयं योगेश्वर भगवन श्री कृष्ण एवं भगवती श्री आदिशक्ति माँ जगदम्बा जिनके आराध्य है, उन श्री मोरवीनंदन श्री श्याम जी के श्री चरणों में प्रणाम हैं...


भाव के रचियता : "श्री बिहारी जी, वृंदावन"

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थे भी एक बार श्याम बाबा जी रो जयकारो प्रेम सुं लगाओ...

!! श्यामधणी सरकार की जय !!
!! शीश के दानी की जय !!
!! खाटू नरेश की जय !!
!! लखदातार की जय !!
!! हारे के सहारे की जय !!
!! लीले के असवार की जय !!
!! श्री मोरवीनंदन श्यामजी की जय !!

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