हे इष्टदेव, कुलदेव श्री श्यामधणी, थारा द्वार पर खड्या थारा टाबरिया थां सु आ ही अरज करे है...
अब तू ही बता ओ श्याम, कुण पार लगावेगो...
कुण आडे आवेगो, कुण आडे आवेगो...
अब तू ही बता ओ श्याम, कुण पार लगावेगो...
दुनिया थारी ऐसी है, बटका सा भरे मेरे...
गर तू नहीं होवे तो, नैया ने डुबो गैरे..
नैया ने डुबो गैरे, नैया ने डुबो गैरे..
फँसगी मझधारा म, कुण राह दिखावेगो...
अब तू ही बता ओ श्याम, कुण पार लगावेगो...
कुण आडे आवेगो, कुण आडे आवेगो...
तू दाता दुनिया को, पण देवे लिख्यो लिख्यो...
मेरी गर मिटगी तो, फेरु स श्याम लिखो...
फेरु स श्याम लिखो, फेरु स श्याम लिखो...
फूटी मेरी किस्मत ने, कद हाथ लगावेगो...
अब तू ही बता ओ श्याम, कुण पार लगावेगो...
कुण आडे आवेगो, कुण आडे आवेगो...
कहवे 'रामकुमार' ओ श्याम, अरजी मेरी सुन लीज्यो...
मेरी आफत ने टालो, काणा तल मत दीज्यो...
काणा तल मत दीज्यो, काणा तल मत दीज्यो...
तेरे हाथां म पतवार, सु ही तो जानेगो...
अब तू ही बता ओ श्याम, कुण पार लगावेगो...
कुण आडे आवेगो, कुण आडे आवेगो...
अब तू ही बता ओ श्याम, कुण पार लगावेगो...
कुण आडे आवेगो, कुण आडे आवेगो...
!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!
भजन : "श्री रामकुमार जी"
श्री श्याम बाबा की यह अनुपम छवि "श्री श्याम मंदिर, रांची, झारखण्ड" की है...
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थे भी एक बार श्याम बाबा जी रो जयकारो प्रेम सुं लगाओ...
!! श्यामधणी सरकार की जय !!
!! शीश के दानी की जय !!
!! खाटू नरेश की जय !!
!! लखदातार की जय !!
!! हारे के सहारे की जय !!
!! लीले के असवार की जय !!
!! श्री मोरवीनंदन श्यामजी की जय !!