हे इष्टदेव, हे म्हारा कुल का देवता श्यामधणी, थारे द्वारे पर खड्यो थारो सेवाकियो थां सु या अरज करे ह...
साँचो थारो दरबार, सेवक आयो थारे द्वार, बाबा ध्यान रखना...
साँचो थारो दरबार, सेवक आयो थारे द्वार, बाबा ध्यान रखना...
घुम्यो सारी दुनिया, मिल्यो न कोई साथी, जो कहवे अपना...
संता स सुनी ह, सांचो एक ह साथी, श्री श्याम अपना..
श्री श्याम अपना, जग जूठा सपना...
साँचो थारो दरबार, सेवक आयो थारे द्वार, बाबा ध्यान रखना...
साँचो थारो दरबार, सेवक आयो थारे द्वार, बाबा ध्यान रखना...
बाबा थारो टाबर, बड़ो ही दुखियारो, सतावे ह जहां...
थे ही मेरा सब कुछ, पिता और माता, मैं जाऊँगा कहाँ...
मैं जाऊँगा कहाँ, बस रहूंगा यहाँ...
साँचो थारो दरबार, सेवक आयो थारे द्वार, बाबा ध्यान रखना...
साँचो थारो दरबार, सेवक आयो थारे द्वार, बाबा ध्यान रखना...
लाखां का बनाया हो, मेरा भी संवारोगा, कारज जरुर....
मेरी छोटी नैया, खावे है हिचकोला, ओ मेरे हजूर...
ओ मेरे हजूर, माफ करना कसूर...
साँचो थारो दरबार, सेवक आयो थारे द्वार, बाबा ध्यान रखना...
साँचो थारो दरबार, सेवक आयो थारे द्वार, बाबा ध्यान रखना...
फूला स सजावां, थारी या फुलवाड़ी, पधारो म्हारा श्याम...
भगतां बीच बैठो, सुनो थे सै की अरजी, जो लेवे थारो नाम..
जो लेवे थारो नाम, श्री श्याम श्याम श्याम...
साँचो थारो दरबार, सेवक आयो थारे द्वार, बाबा ध्यान रखना...
साँचो थारो दरबार, सेवक आयो थारे द्वार, बाबा ध्यान रखना...
!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!
श्री श्याम बाबा की यह अनुपम छवि "श्री श्याम मंदिर, दरभंगा, बिहार" की है...
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थे भी एक बार श्याम बाबा जी रो जयकारो प्रेम सुं लगाओ...
!! श्यामधणी सरकार की जय !!
!! शीश के दानी की जय !!
!! खाटू नरेश की जय !!
!! लखदातार की जय !!
!! हारे के सहारे की जय !!
!! लीले के असवार की जय !!
!! श्री मोरवीनंदन श्यामजी की जय !!