हे इष्टदेव, कुलदेव खाटूनाथ श्री श्याम जी, आपके द्वार पे खड़े आपके भक्त नतमस्तक हो आपसे यही अरदास करते है, कि
खाटूनाथ प्रभु श्याम जी, भवतारक तेरो नाम...
एक निष्ट हो जो भजे, उनके संवरते काम...
एक निष्ट हो जो भजे, उनके संवरते काम...
तेरी पावन चौखट से जुड़े है जिनके शीश...
फुले फले वो दुनिया में, ऐसी दो आशीष...
फुले फले वो दुनिया में, ऐसी दो आशीष...
निष्ठा सुमन चढ़ा के जो, करे तेरा अभिषेक...
उन भक्तों की नाव को, केवट बनकर देख...
उन भक्तों की नाव को, केवट बनकर देख...
करुणा सरोवर की सुधा, हर प्यासे को बाँट...
प्रेम के नस्तर से बाबा, नफरत की जड़ काट...
प्रेम के नस्तर से बाबा, नफरत की जड़ काट...
कृपा तुम्हारी के बिना, जले ना सुख का दीप...
मोती ना मिलता हर्ष का, तरसती रहती सीप...
मोती ना मिलता हर्ष का, तरसती रहती सीप...
कामकंटककटा के लाडले, पांडव कुल की शान...
अपने भक्तो को देना, मनवांछित वरदान...
अपने भक्तो को देना, मनवांछित वरदान...
आलूसिंह महाराज ने, भजा तुम्हे दिन रैन...
तेरे दर्शन से उनके, पुलकित हो गए नैन...
तेरे दर्शन से उनके, पुलकित हो गए नैन...
!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पूरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! काम अधुरो पूरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
तेरे श्यामल रूप पर, मोहित सब संसार...
सबकी चिंता हर रहा, सच्चा तेरा दरबार...
सबकी चिंता हर रहा, सच्चा तेरा दरबार...
खीर चूरमा और मेवा, भावे तुम्हे हे श्याम...
श्याम की इच्छा से प्रभु, श्याम धरायो नाम...
श्याम की इच्छा से प्रभु, श्याम धरायो नाम...
दुःख निवारक देव तुम, खाटू के महाराज...
तेरे सिवा हम दीनो की, कौन रखेगा लाज...
तेरे सिवा हम दीनो की, कौन रखेगा लाज...
घटोत्कच के सांवले, राजकुँवर हे नाथ...
तेरे भगत है मांगते, करुणा की बरसात...
तेरे भगत है मांगते, करुणा की बरसात...
दया रूप संजीवनी, चाहते है सब लोग...
हर लेना हर भक्त के, बाबा शोक वियोग...
हर लेना हर भक्त के, बाबा शोक वियोग...
गम के सताये भक्तो की रक्षा करेगा कौन...
खाटू नाथ कुछ बोलिए, रहोगे कब तक मौन...
खाटू नाथ कुछ बोलिए, रहोगे कब तक मौन...
नतमस्तक हम द्वार पे, रहे है अलख जगा...
हे खाटू के अधिपति दया का रस बरसा...
हे खाटू के अधिपति दया का रस बरसा...
!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पूरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! काम अधुरो पूरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
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थे भी एक बार श्याम बाबा जी रो जयकारो प्रेम सुं लगाओ...
!! श्यामधणी सरकार की जय !!
!! शीश के दानी की जय !!
!! खाटू नरेश की जय !!
!! लखदातार की जय !!
!! हारे के सहारे की जय !!
!! लीले के असवार की जय !!
!! श्री मोरवीनंदन श्यामजी की जय !!