/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\!! श्री गणेशाय नमः !!/\/\/\/\/\!! ૐ श्री श्याम देवाय नमः !!\/\/\/\/\!! श्री हनुमते नमः !!/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\/\

Tuesday 31 May 2011

!! लीले घोड़े रा असवार, बाबा जी थाणे याद करां... !!


हे म्हारा इष्टदेव, कुलदेव, लीले रा असवार, खाटूवाला श्यामधणी थारे श्री चरणा म म्हारी एकमात्र या ही एक अरदास ह, कि...


!! लीले घोड़े चढ़कर बाबा, छम छम करता आओ !!
!! खाटू रा सिरदार सांवरा, नेहड़लो बरसाओ !!



लीले घोड़े रा असवार, बाबा जी थाणे याद  करां...
लीले घोड़े रा असवार, बाबा जी थाणे याद करां...
याद करां जी फरियाद करां, याद करां जी फरियाद करां...
म्हारा थे ही पालणहार, बाबा जी थाणे याद करां...
लीले घोड़े रा असवार, बाबा जी थाणे याद करां...



उत्सव राच्यो आज आपको, भीड़ हुई ह भारी...
दर्शन करबा दूर दूर स, आया ह नर नारी...
सैं के मन म हर्ष अपार, बाबा जी थाणे याद करां...
लीले घोड़े रा असवार, बाबा जी थाणे याद करां...



अलबेलो दरबार आपको, आज सज्यो अति प्यारो...
रतन सिंहासन आय विराजो, तरसे मनड़ो म्हारो...
म्हारी अरजी करो स्वीकार, बाबा जी थाणे याद करां...
लीले घोड़े रा असवार, बाबा जी थाणे याद करां...



लीले रा असवर साँवरा, मत ना बार लगाओ...
भोला ढाला प्रेम्यां ने, साँवरिया मत अजमाओ...
थारी जीत हुई म्हारी हार, बाबा जी थाणे याद करां...
लीले घोड़े रा असवार, बाबा जी थाणे याद करां...



जगमग ज्योत जगी साँवरिया, जगमग हुयो उजारो...
म्हे तो थारा बणकर बाबा, पकड्यो थारो द्वारों...
'नंदू' करबा जाण पिछाण, बाबा जी थाणे याद करां...
लीले घोड़े रा असवार, बाबा जी थाणे याद करां...



लीले घोड़े रा असवार, बाबा जी थाणे याद करां...
लीले घोड़े रा असवार, बाबा जी थाणे याद करां...
याद करां जी फरियाद करां, याद करां जी फरियाद करां...
म्हारा थे ही पालणहार, बाबा जी थाणे याद करां...
लीले घोड़े रा असवार, बाबा जी थाणे याद करां...




!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!




भजन : "श्री नंदू जी"

Thursday 26 May 2011

!! खाटू म विराजे म्हारा, बाबा श्याम जी... !!




हे इष्टदेव, कुलदेव, खाटूपति श्री श्याम आपसे श्री चरणों में बारम्बार प्रणाम है...








खाटू म विराजे म्हारा, बाबा श्याम जी...
खाटू म विराजे म्हारा, बाबा श्याम जी...
ओ दुनिया, दर्शन करने आवे सुनकर थारो नाम जी...
ओ दुनिया, दर्शन करने आवे सुनकर थारो नाम जी...




बाबा श्याम जी ओ म्हारा, बाबा श्याम जी...
ओ दुनिया, दर्शन करने आवे सुनकर थारो नाम जी...




मकराने को मंदिर थारो, ध्वजा फरुखे भारी...
दाई भुजा गोपीनाथ विराजे, बाये भुजा त्रिपुरारी...
ओ थारे डोड्या हनुमत नाचे म्हारा, बाबा श्याम जी...
ओ थारे डोड्या हनुमत नाचे म्हारा, बाबा श्याम जी...




बाबा श्याम जी ओ म्हारा, बाबा श्याम जी...
ओ दुनिया, दर्शन करने आवे सुनकर, थारो नाम जी...




केशरिया थारे बागों सोहे, गल पुष्पन की माला...
मोर छड़ी थारे हाथां सोहे, भक्तां रा रखवाला...
ओ थारे लीले की असवारी म्हारा, बाबा श्याम जी...
ओ थारे लीले की असवारी म्हारा, बाबा श्याम जी...




बाबा श्याम जी ओ म्हारा, बाबा श्याम जी...
ओ दुनिया, दर्शन करने आवे सुनकर, थारो नाम जी...




फागण के मेले के माहि, भगत नाचता आवे...
नाचत कुदत जाय धाम में, चरणा शीश नवावे...
ओ थाणे गा गा कर रिझावे म्हारा, बाबा श्याम जी...




बाबा श्याम जी ओ म्हारा, बाबा श्याम जी...
ओ दुनिया, दर्शन करने आवे सुनकर, थारो नाम जी...




श्याम भगत थारी महिमा गावे, सुनियो श्यामबिहारी...
सबका संकट मेटो बाबा, शरण पड्या ह थारी...
ओ थारा 'रामकिशन' गुण गावे म्हारा, बाबा श्याम जी...




बाबा श्याम जी ओ म्हारा, बाबा श्याम जी...
ओ दुनिया, दर्शन करने आवे सुनकर, थारो नाम जी...




खाटू म विराजे म्हारा, बाबा श्याम जी...
खाटू म विराजे म्हारा, बाबा श्याम जी...
ओ दुनिया, दर्शन करने आवे सुनकर थारो नाम जी...
ओ दुनिया, दर्शन करने आवे सुनकर थारो नाम जी...




बाबा श्याम जी ओ म्हारा, बाबा श्याम जी...
ओ दुनिया, दर्शन करने आवे सुनकर थारो नाम जी...




!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!




भजन : "श्री रामकिशन जी"


स्वर : "श्री संजय मित्तल जी"


Tuesday 24 May 2011

!! दीनानाथ मेरी बात छाणी कोणी तेरे से... !!




हे दीनानाथ, इष्टदेव कुलदेव श्री श्यामधणी, थारे सु विनती ह म्हारी बारम्बार...
हार गयो प्रभु, पड्यो शरण म थारी, करदयो न प्रभु निज भगत रो बेड़ो पार...



दीनानाथ मेरी बात छाणी कोणी तेरे से...
आंखड़ली चुराकर बाबा, जाशी कठे मेरे से...
दीनानाथ मेरी बात छाणी कोणी तेरे से...
आंखड़ली चुराकर बाबा, जाशी कठे मेरे से...



खाटू वाले श्याम तेरी, शरण म आ गयो...
श्याम प्रभु रूप तेरो, नयना म समा गयो...
बिसरावे मत न बाबा, हार मानी तेरे से...
आंखड़ली चुराकर बाबा, जाशी कठे मेरे से...



बालक हूँ मैं तेरो श्याम, मुझको निभाय ले..
दुःखड़े को मारयो मन्ने, कालजे लगाय ले..
पथ दिखला दे बाबा, काड ले अँधेरे से...
आंखड़ली चुराकर बाबा, जाशी कठे मेरे से...



मुरली अधर पे, कदम तल झूमे ह...
भगत खड्या तेरे, चरणा ने चूमे ह...
खाली हाथ बोल कईया, जाऊं तेरे डेरे से...
आंखड़ली चुराकर बाबा, जाशी कठे मेरे से...



दीनानाथ मेरी बात छाणी कोणी तेरे से...
आंखड़ली चुराकर बाबा, जाशी कठे मेरे से...
दीनानाथ मेरी बात छाणी कोणी तेरे से...
आंखड़ली चुराकर बाबा, जाशी कठे मेरे से...



आप सभी इस भाव को यहाँ पर क्लीक कर सुन भी सकते है...






!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!



श्री श्यामबाबा की यह अनुपम छवि के दर्शन "श्री श्याम मंदिर, दरभंगा, बिहार" के है...

Wednesday 18 May 2011

!! तेरो खूब सज्यो श्रृंगार, म्हाणे प्यारो लागे... !!



बाबा श्याम जी रो यो अनुपम श्रृंगार ने निरख निरख म्हारो मनरो झूम झूम कर यु गावे ह...



तेरो खूब सज्यो श्रृंगार, म्हाणे प्यारो लागे...
तेरो खूब सज्यो श्रृंगार, म्हाणे प्यारो लागे...
ओ श्याम तेरो दरबार, म्हाणे न्यारो लागे...
ओ बाबा तेरो दरबार, म्हाणे प्यारो लागे...



साँवली सलोनी सूरत, छवि मन भा रही...
तीखी तीखी आँख्या थारी, शोभा ने बढ़ा रही...
मेरो श्याम ह सदाबहार, म्हाणे प्यारो लागे...
तेरो खूब सज्यो श्रृंगार, म्हाणे प्यारो लागे...



ओ श्याम तेरो दरबार, म्हाणे न्यारो लागे...
ओ बाबा तेरो दरबार, म्हाणे प्यारो लागे...



सोहनो सो बागों तन पे, जँचा जँचा पहरायो ह...
सोना, चांदी, हीरा, मोती सु, मोकलो सजायो ह...
फुलड़ा को एक एक हार, म्हाणे प्यारो लागे...
तेरो खूब सज्यो श्रृंगार, म्हाणे प्यारो लागे...



ओ श्याम तेरो दरबार, म्हाणे न्यारो लागे...
ओ बाबा तेरो दरबार, म्हाणे प्यारो लागे...



देखे ह तू भगतां काणी, जादू सो चलावे ह...
जादू चलाके बाबा, प्यार मोकलो लुटावे ह...
तेरो बडो अनोखो प्यार, म्हाणे प्यारो लागे...
तेरो खूब सज्यो श्रृंगार, म्हाणे प्यारो लागे...



ओ श्याम तेरो दरबार, म्हाणे न्यारो लागे...
ओ बाबा तेरो दरबार, म्हाणे प्यारो लागे...



खजानों लुटावे तू तो, बडो दिलदार ह...
'बिन्नू' या ही जाने, म्हारो श्याम मजेदार ह...
भगतां की सुने पुकार, म्हाणे प्यारो लागे...
तेरो खूब सज्यो श्रृंगार, म्हाणे प्यारो लागे...



ओ श्याम तेरो दरबार, म्हाणे न्यारो लागे...
ओ बाबा तेरो दरबार, म्हाणे प्यारो लागे...



!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!



भजन : "श्री बिनोद जी गाडोदिया"


श्री श्याम बाबा की यह अनुपम छवि दर्शन "श्री श्याम मंदिर, रींगस" की है... 


Saturday 14 May 2011

!! ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम... !!




आज घणे भाग्य सु यो शुभ दिन आयो ह... इष्टदेव, कुलदेव बाबा श्याम जी रो कीर्तन आज म्हारे आंगणे करवाणों ह... देवा म्हे एक कुंकुम पत्री म्हारा खाटूवाला श्याम जी के नाम स... जिसमें सब मिल आ अरज करंगा म्हारा लीले वाला श्याम स... 

 


सिद्ध श्री शुभ ओपमा, थाणे पाँवा धोक प्रणाम जी...
समाचार एक बंचज्यों, थांसे भोत जरुरी काम जी...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...



घणे मान सु लिखां आज, थारो उत्सव एक मनाणों ह...
थोड़ो लिख्यो घणों समझोगा, थाणे निश्चय आणो ह...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...



सारा साथ ह घणी खुशी, थारा नित की मंगल गावे ह...
और बात सब ठीक ठीक, पण थारी याद सतावे ह...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...



टाबर थारा घणा उणामणा, थां बिन भोत उदास जी...
जीमों हो तो चलू करोला, आकर म्हारे पास जी...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...



भूल चूक सब क्षमा करो, म्हाने बेगा दर्शन दीज्यो...
दास 'बिहारी' के नैणा म, हरदम बैठ्या रीज्यो...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...



सिद्ध श्री शुभ ओपमा, थाणे पाँवा धोक प्रणाम जी...
समाचार एक बंचज्यों, थांसे भोत जरुरी काम जी...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...
ओ म्हारा खाटू वाला श्याम, ओ म्हारा लीले वाला श्याम...



!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!



भाव के रचियता : "श्री बिहारी जी, वृंदावन"

Monday 9 May 2011

!! मोरछड़ी थारे हाथां म, हीरो चमके माथा म... !!



हे इष्टदेव, कुलदेव श्री श्यामधणी, थारे द्वारे पर खड्या थारा टाबरिया थां सु आ अरज करे ह कि...


धन्य ढूंढा रो देश ह, खाटू नगर सुजान !
अनुपम छवि श्री श्याम की, दर्शन से कल्याण !!




मोरछड़ी थारे हाथां म, हीरो चमके माथा म...
मोरछड़ी थारे हाथां म, हीरो चमके माथा म...
थारे गल फुल्याँ को हार, बाबा श्यामधणी...
थारे गल फुल्याँ को हार, बाबा श्यामधणी...



नाम सुन्यो ह जद से थारो, नींदड़ली नहीं आँख्या म...
बड़ी दूर स चल कर आया, दयो दर्शन थारा भगतां ने...  
आँसू भरया म्हारी आँख्या म, नैया ह भवसागर म...
म्हारी नैया पार लगाय, बाबा श्यामधणी...



एक सहारो तेरो बाबा, म्हाने क्यूँ तरसावे ह...
कब से तेरी टेर लगावां, क्यूँ ण दरस दिखावे ह...
गले लगा तेरा ताबर ने, तेरे चरण के चाकर ने..
अब सुनले लखदातार, बाबा श्यामधणी...



म्हे तो सुनी हां बाबा थारी, महिमा अपरम्पार घणी...
क्यूँ तरसाओ बाबा जी, थारे टाबरिया ने आस घणी...
गुण गावां दिन रातां ने, भूल गया सब कामां ने...
अब नैया पार लगाओ, बाबा श्यामधणी...



'कांशीराम' कहे श्यामबिहारी, सब भगतां की टेर सुनो...
सब भगतां के संग म बाबा, म्हारे सिर पर हाथ धरो...
भजन सुनाऊ मैं थाणे, दर्शन दे दयो अब म्हाने...
थारी भक्ति दे दातार, बाबा श्यामधणी...



मोरछड़ी थारे हाथां म, हीरो चमके माथा म...
मोरछड़ी थारे हाथां म, हीरो चमके माथा म...
थारे गल फुल्याँ को हार, बाबा श्यामधणी...
थारे गल फुल्याँ को हार, बाबा श्यामधणी...


  
आप सभी इस सुमधुर भाव को नीचे दिए गए लिंक पर क्लीक कर सुन भी सकते है...





!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय लखदातारी, जय जय श्याम बिहारी !!
!! जय कलयुग भवभय हारी, जय भक्तन हितकारी !!




भाव के रचियता : श्यामलीन भक्तप्रवर "श्री कांशीराम जी शर्मा"

Wednesday 4 May 2011

!! दर्शन दयो श्री श्याम तुम बिन कौन हमारा... !!




हे इष्टदेव, कुलदेव खाटूवाले श्री श्यामबिहारी, आपके श्री चरणों के सेवकजन आपसे केवल यही विनती करते है, कि...




दर्शन दयो श्री श्याम तुम बिन कौन हमारा...
दुःख दूर करो आपका है एक सहारा...
दर्शन... दर्शन... दर्शन... दर्शन...



तुमने महाभारत में अपना कौशल दिखलाया, बाबा कौशल दिखलाया...
श्री कृष्ण को दे शीश दान में ऐसा वर पाया, बाबा ऐसा वर पाया...
कलिकाल में पूजा तेरी सौभाग्य हमारा...
दुःख दूर करो आपका है एक सहारा...



दर्शन दयो श्री श्याम तुम बिन कौन हमारा...
दुःख दूर करो आपका है एक सहारा...
दर्शन... दर्शन... दर्शन... दर्शन...



मेरे ही श्याम नाम तुम, देवो के देव हो, बाबा देवो के देव हो...
जो शरण तेरी में आये, उसका पूरण काम हो, उसका पूरण काम हो...
धन, धान्य, पुत्र और पोत्र ये वरदान तुम्हारा...
दुःख दूर करो आपका है एक सहारा...



दर्शन दयो श्री श्याम तुम बिन कौन हमारा...
दुःख दूर करो आपका है एक सहारा...
दर्शन... दर्शन... दर्शन... दर्शन...



इसमें नहीं कछु भेद है, श्री कृष्ण समझावे, हाँ श्री कृष्ण समझावे...
तेरे भगत करते ध्यान बाबा श्याम कब आवे, हाँ बाबा श्याम कब आवे...
जब चूरमा कर प्रेम से, फिर ज्योत जगाता...
दुःख दूर करो आपका है एक सहारा...



दर्शन दयो श्री श्याम तुम बिन कौन हमारा...
दुःख दूर करो आपका है एक सहारा...
दर्शन... दर्शन... दर्शन... दर्शन...



हे श्याम बाबा आये है, हम शरण तुम्हारी, बाबा शरण तुम्हारी...
मेटो हमारे संकट हे श्री श्यामबिहारी, बाबा श्री श्यामबिहारी...
ऐसा देओ वरदान हो कल्याण हमारा...
दुःख दूर करो आपका है एक सहारा...



दर्शन दयो श्री श्याम तुम बिन कौन हमारा...
दुःख दूर करो आपका है एक सहारा...
दर्शन... दर्शन... दर्शन... दर्शन...



एक विनती है "मात्रदत्त" की श्याम आपसे, बाबा श्याम आपसे... 
जाणु नहीं कछु भाव भक्ति अपने विचार से, बाबा अपने विचार से...
हो नाथ कैसे पापों से छुटकारा हमारा...
दुःख दूर करो आपका है एक सहारा...



दर्शन दयो श्री श्याम तुम बिन कौन हमारा...
दुःख दूर करो आपका है एक सहारा...
दर्शन... दर्शन... दर्शन... दर्शन...



आप सभी इस सुमधुर भाव को श्री संजय मित्तल जी के स्वर में नीचे दिए गए लिंक पर क्लीक करके सुन भी सकते है...






!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय शीश के दानी, जय जय खाटू धाम !!
!! म्हे आया शरण तिहारी, शरण म अपणे लेलो श्याम !!



 भाव के रचियता : "श्री मात्रदत्त जी" 
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