आहा!! होली री आ सुहानी भोर म........
सांवरियो रंग बरसाये, आयो आयो फागणियो...
सांवरियो रंग बरसाये, आयो आयो फागणियो...
झूम रही है खाटू नगरी, श्याम छटा लहराये...
आयो आयो फागणियो...
म्हारा रंग रंगीला ठाकुर बैठ्या, चरणा म धोक लगावां...
देखो आयो बुलावो श्यामधणी को, होली खेलण जांवा...
ओ नैन हुया ह प्रेम बाँवरा, आँसूडा ढलका जाये...
आयो आयो फागणियो...
सांवरियो रंग बरसाये, आयो आयो फागणियो...
सांवरियो रंग बरसाये, आयो आयो फागणियो...
झूम रही है खाटू नगरी, श्याम छटा लहराये...
आयो आयो फागणियो...
पंचरंग छवि खाटू धाम बनी, देखो श्याम धणी मुस्कावे...
देखो झूला झुलावे प्रीत की डोरी, श्याम हिंडोलो खावे...
ओ करे आरती 'लाल गोपालो' मनरा री थाल सजाये...
आयो आयो फागणियो...
सांवरियो रंग बरसावे, आयो आयो फागणियो...
सांवरियो रंग बरसाये, आयो आयो फागणियो...
झूम रही है खाटू नगरी, श्याम छटा लहराये...
आयो आयो फागणियो...
!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय शीश के दानी, जय जय खाटू धाम !!
!! म्हे आया शरण तिहारी, शरण म अपणे लेलो श्याम !!
भजन : "श्री श्री गोपाल जी"
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थे भी एक बार श्याम बाबा जी रो जयकारो प्रेम सुं लगाओ...
!! श्यामधणी सरकार की जय !!
!! शीश के दानी की जय !!
!! खाटू नरेश की जय !!
!! लखदातार की जय !!
!! हारे के सहारे की जय !!
!! लीले के असवार की जय !!
!! श्री मोरवीनंदन श्यामजी की जय !!