फागण री आ रुत म बाबा श्यामधणी स मिलवा तांई खाटू जावणीयो एक श्याम प्रेमी आपरे साथीड़ा ने यु कहवे ह....
हेलो आयो रे साथीड़ा, बाबो श्याम बुलायो रे...
हेलो आयो रे साथीड़ा, बाबो श्याम बुलायो रे...
श्याम बुलायो, श्याम बुलायो, श्याम बुलायो रे...
हेलो आयो रे... हेलो आयो रे...
खाटू की नगरी म, बाबा श्यामधणी को ठीडो रे...
खाटू की नगरी म, बाबा श्यामधणी को ठीडो रे...
ज्याँसु मिलने की खातिर, यो मनड़ो ललचायो रे...
हेलो आयो रे...
हेलो आयो रे साथीड़ा, बाबो श्याम बुलायो रे...
श्याम बुलायो, श्याम बुलायो, श्याम बुलायो रे...
हेलो आयो रे...
फागणिये म भोत जोर को, मेलो श्याम को लागे रे...
फागणिये म भोत जोर को, मेलो श्याम को लागे रे...
श्याम ध्वजा ले रींगस स थे, पैदल जाज्यो रे...
हेलो आयो रे...
हेलो आयो रे साथीड़ा, बाबो श्याम बुलायो रे...
श्याम बुलायो, श्याम बुलायो, श्याम बुलायो रे...
हेलो आयो रे...
म्हारा बाबा सो दिलेर सेठ कोई, ई जग में न दिखे रे...
म्हारा बाबा सो दिलेर सेठ कोई, ई जग में न दिखे रे...
जो दो मीठी मीठी बातां स, काम बनावे रे...
हेलो आयो रे...
हेलो आयो रे साथीड़ा, बाबो श्याम बुलायो रे...
श्याम बुलायो, श्याम बुलायो, श्याम बुलायो रे...
हेलो आयो रे...
ज्यूँ ज्यूँ फागण नीड़े आवे, मनड़ो धीर गंवावे रे...
ज्यूँ ज्यूँ फागण नीड़े आवे, मनड़ो धीर गंवावे रे...
श्यामधणी स मिलने तांई, जी उकलावे रे...
हेलो आयो रे...
हेलो आयो रे साथीड़ा, बाबो श्याम बुलायो रे...
हेलो आयो रे साथीड़ा, बाबो श्याम बुलायो रे...
श्याम बुलायो, श्याम बुलायो, श्याम बुलायो रे...
हेलो आयो रे... हेलो आयो रे...
!! जय जय मोरवीनंदन, जय जय बाबा श्याम !!
!! काम अधुरो पुरो करज्यो, सब भक्तां को श्याम !!
!! जय जय शीश के दानी, जय जय खाटू धाम !!
!! म्हे आया शरण तिहारी, शरण म अपणे लेलो श्याम !!
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थे भी एक बार श्याम बाबा जी रो जयकारो प्रेम सुं लगाओ...
!! श्यामधणी सरकार की जय !!
!! शीश के दानी की जय !!
!! खाटू नरेश की जय !!
!! लखदातार की जय !!
!! हारे के सहारे की जय !!
!! लीले के असवार की जय !!
!! श्री मोरवीनंदन श्यामजी की जय !!